BREAKING:
24 लाख मृत, 12 लाख गायब! पश्चिम बंगाल की वोटर लिस्ट से हटेंगे 58.8 लाख नाम, वोटर लिस्ट संशोधन पर मचा बवाल       PM Modi 15 दिसंबर से शुरू करेंगे जॉर्डन, इथियोपिया और ओमान का रणनीतिक दौरा, जानें एजेंडा       क्या यूक्रेन को रूस को क्षेत्र सौंपना चाहिए? ज़ेलेंस्की कर दिया एलान - अब यूक्रेनी लोग ही करेंगे इसका फैसला       अमेरिका के नक्शेकदम पर मैक्सिको! भारत को दिया 50% टैरिफ का झटका, कैसे पड़ेगा असर और क्या होगा महंगा?       नगर परिषद से लेकर लोकसभा स्पीकर तक, नहीं रहे राजनीति की हर किरदार में चमकने वाले नेता पूर्व गृह मंत्री शिवराज पाटिल       अब ठेकेदारों की खैर नहीं! National Highways पर दो हादसों के बाद 25 लाख जुर्माना, सरकार ने सख्त किए नियम       क्या भारत भी लगाएगा सोशल मीडिया पर बैन? ऑस्ट्रेलिया के बड़े फैसले पर भारतीय विशेषज्ञों की दो टूक राय       'Your Money, Your Right' movement क्या है, जिसे लेकर पीएम मोदी ने जनता से कर दी ये अपील?       Aaj Ka Rashifal 10 December 2025: चंद्रमा कन्या में, बातचीत, पैसों और फैसलों में रखें विशेष सावधानी       98 फुट ऊंची सुनामी, 2 लाख की जा सकती है जान! जापान में 7.5 तीव्रता के झटके के बाद 'मेगाक्वेक एडवाइजरी' से दहशत      

PM Modi 15 दिसंबर से शुरू करेंगे जॉर्डन, इथियोपिया और ओमान का रणनीतिक दौरा, जानें एजेंडा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 15 से 18 दिसंबर तक जॉर्डन, इथियोपिया और ओमान के चार दिवसीय दौरे पर रहेंगे. यह यात्रा भारत के मध्य-पूर्व और अफ्रीकी देशों के साथ रणनीतिक, आर्थिक और कूटनीतिक संबंधों को मजबूत करने का बड़ा अवसर मानी जा रही है. तीनों दौरों का फोकस व्यापार, निवेश, सुरक्षा, ऊर्जा और क्षेत्रीय स्थिरता पर होगा.

PM Modi Jordan, Ethiopia, Oman visit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 15 दिसंबर से 18 दिसंबर तक जॉर्डन, इथियोपिया और ओमान के महत्वपूर्ण दौरे पर रहेंगे. विदेश मंत्रालय की ओर से जारी आधिकारिक बयान के मुताबिक यह यात्रा तीनों देशों के साथ भारत के कूटनीतिक, आर्थिक और रणनीतिक रिश्तों को और मजबूत बनाने का बड़ा अवसर है.

यह दौरा ऐसे समय में हो रहा है जब भारत ग्लोबल साउथ का नेतृत्व करने की अपनी भूमिका को लगातार मजबूत कर रहा है और मध्य पूर्व तथा अफ्रीका के देशों के साथ रणनीतिक साझेदारी को नई दिशा देना चाहता है.

जॉर्डन में 75 साल की कूटनीतिक साझेदारी का जश्न

प्रधानमंत्री मोदी 15 से 16 दिसंबर तक हाशमिट किंगडम ऑफ जॉर्डन का दौरा करेंगे. उन्हें यह निमंत्रण जॉर्डन के किंग अब्दुल्ला II बिन अल हुसैन ने दिया है.

दोनों नेताओं के बीच होने वाली बातचीत में भारत-जॉर्डन संबंधों की पूरी समीक्षा होगी. साथ ही क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर भी गहन चर्चा की जाएगी, खासकर मध्य-पूर्व में स्थिरता, सुरक्षा और शांति बनाए रखने के संदर्भ में.

यह दौरा भारत और जॉर्डन के बीच कूटनीतिक रिश्तों की 75वीं वर्षगांठ के मौके पर हो रहा है, जो दोनों देशों के बीच ऐतिहासिक संबंधों को और मजबूत करेगा. इसमें व्यापार, निवेश, रक्षा, कृषि, ऊर्जा और तकनीकी सहयोग जैसे क्षेत्रों में नए अवसर खोजे जाएंगे.

इथियोपिया: मोदी का पहला दौरा, ग्लोबल साउथ साझेदारी का संदेश

दौरे के दूसरे चरण में प्रधानमंत्री मोदी 16 से 17 दिसंबर तक इथियोपिया की यात्रा करेंगे. यह उनका इथियोपिया का पहला दौरा है और प्रधानमंत्री अबी अहमद अली के निमंत्रण पर हो रहा है.

दोनों नेता भारत-इथियोपिया संबंधों पर व्यापक बातचीत करेंगे, जिसमें व्यापार, शिक्षा, IT, कृषि, स्वास्थ्य और कनेक्टिविटी जैसे क्षेत्रों में सहयोग को मजबूत करने की चर्चा शामिल है.

भारत और इथियोपिया ग्लोबल साउथ के प्रमुख साझेदार हैं, इसलिए यह यात्रा दोनों देशों की साझा प्रतिबद्धता को दोहराने का मौका है. अफ्रीका में भारत की बड़ी भूमिका और निवेश रणनीति को देखते हुए यह दौरा अहम माना जा रहा है.

ओमान: रणनीतिक साझेदारी को मिलेगा नया विस्तार

मोदी 17 से 18 दिसंबर के बीच ओमान के सुल्तान हाइतम बिन तारिक के निमंत्रण पर देश के अंतिम चरण में ओमान पहुंचेंगे. यह प्रधानमंत्री मोदी का ओमान का दूसरा दौरा होगा.

भारत और ओमान के रिश्ते सदियों पुराने हैं व्यापार, समुद्री संबंध, सांस्कृतिक जुड़ाव और हजारों भारतीयों की उपस्थिति दोनों देशों को और करीब लाती है.

यह दौरा भारत-ओमान कूटनीतिक रिश्तों के 70 साल पूरे होने के मौके पर हो रहा है. दोनों देशों के बीच व्यापक रणनीतिक साझेदारी है, जिसमें शामिल हैं:

  • ऊर्जा और पेट्रोलियम
  • रक्षा व सुरक्षा सहयोग
  • व्यापार और निवेश
  • टेक्नोलॉजी और साइबर सुरक्षा
  • कृषि, खाद्य सुरक्षा और सांस्कृतिक संबंध

दौरे के दौरान दोनों देशों के बीच कई बड़े समझौते और साझेदारियां मजबूत हो सकती हैं.

भारत की कूटनीति में अहम बढ़त

तीनों देशों का यह दौरा भारत की विदेश नीति का महत्वपूर्ण हिस्सा माना जा रहा है.

मध्य-पूर्व (West Asia) और अफ्रीका दोनों ही भारत के व्यापार, ऊर्जा सुरक्षा और रणनीतिक हितों के लिए बेहद महत्वपूर्ण हैं.

प्रधानमंत्री मोदी की यह यात्रा न केवल द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करेगी, बल्कि वैश्विक मंच पर भारत की भूमिका को भी और सुदृढ़ बनाएगी.

ये भी देखिए: क्या यूक्रेन को रूस को क्षेत्र सौंपना चाहिए? ज़ेलेंस्की कर दिया एलान - अब यूक्रेनी लोग ही करेंगे इसका फैसला

Tags: